हिंदी एक अदभूत भाषा
अपना खाना, अपना कपड़ा, अपना ही बिछोना है
जिनकी अपनी भाषा उनका क्या कहना है !!
उर्जा बचती है सबकी, द्विभाषा का टशन ना सहना है
अंग्रेज़ों की अंग्रेजी, चीनियों का चीनी गहना है
फिर क्यों हिन्दी ओर ना हिन्दी
हिन्दी को लेकर मरते-पीटते रहना है !!
अपना खाना, अपना कपड़ा, अपना ही बिछोना है
जिनकी अपनी भाषा उनका क्या कहना है !!
उर्जा बचती है सबकी, द्विभाषा का टशन ना सहना है
अंग्रेज़ों की अंग्रेजी, चीनियों का चीनी गहना है
फिर क्यों हिन्दी ओर ना हिन्दी
हिन्दी को लेकर मरते-पीटते रहना है !!
© सर्वाधिकार सुरक्षित-मोहन'कल्प'
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